तुम भी ना प्रतीक। मैंने तुमसे पूछा था कि, मुझे तुम्हारी एक मदद चाहिए तुम भी ना प्रतीक। मैंने तुमसे पूछा था कि, मुझे तुम्हारी एक मदद चाहिए
मैं कुछ व्यक्तिगत कारणों से अपनी रचनाएँ Story Mirror से डिलीट करवाना चाहता हूँ। मैंने इस विषय मेल भी... मैं कुछ व्यक्तिगत कारणों से अपनी रचनाएँ Story Mirror से डिलीट करवाना चाहता हूँ। ...
इसी दुनिया में अच्छे और बुरे दोनों तरह के इंसान रहते है। जाने राह में कब किससे भेट हो जाए। इसी दुनिया में अच्छे और बुरे दोनों तरह के इंसान रहते है। जाने राह में कब किससे भ...
विलास ने वही कहानियों की किताब सीता के हाथ पर रख दी। विलास ने वही कहानियों की किताब सीता के हाथ पर रख दी।
आंटी मैं कह रहा था कि, आप इसको काढ़ा बना कर दे देतीं ना। आंटी मैं कह रहा था कि, आप इसको काढ़ा बना कर दे देतीं ना।
परिधि जब चुप ही नहीं होती तो प्रतीक उसे अपनी बांहों में खींच लेता है परिधि जब चुप ही नहीं होती तो प्रतीक उसे अपनी बांहों में खींच लेता है